जानकारों का कहना है कि सोने के भाव में अभी जिस तरह बढ़ने का रुझान चल रहा है, उसमें निवेशकों को इसकी कीमत में सुधार आने तक निवेश का इंतजार करना चाहिए। वैसे, पिछले दो महीनों के दौरान ज्यादातर गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) के एनएवी (शुद्ध आस्ति मूल्य) में 15 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है।
बता दें कि गोल्ड ईटीएफ ओपन इंडेड म्यूचुअल फंड स्कीमें हैं जिसमें निवेशकों के सोने में लगाया जाता है। इनके एनएवी में मोटे तौर पर सोने के भाव के हिसाब से घट-बढ़ होती है। अभी बीएसई व एनएसई में सात गोल्ड ईटीएफ लिस्टेड हैं। एक्सिस बैंक का म्यूचुअल फंड भी अपना गोल्ड ईटीएफ लाने की तैयारी में है।
सोने की बढ़ती कीमत का मुख्य कारण विश्व अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर अनिश्चितता, यूरोप का ऋण संकट और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव है। ऐसे में बड़े निवेशक सुरक्षा के लिहाज से सोने में निवेश बढ़ाने लगे हैं। कोटक म्यूचुअल फंड की एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) की प्रतिनिधि लक्ष्मी अय्यर के मुताबिक गोल्ड ईटीएफ में निवेश को लेकर निवेशकों को सतर्क रुख अपनाना चाहिए, क्योंकि बाजार अभी कुछ सुधार का इंतजार कर रहा है।
उनका कहना है कि सोने की कीमत में हाल के दिनों में काफी वृद्धि देखी गई है। इसमें कभी भी सुधार हो सकता है। ऐसे में निवेशकों को अपने कुल निवेश का 5 से 10 फीसदी हिस्सा दीर्घकालीन मकसद से गोल्ड ईटीएफ में लगाना चाहिए।