ट्रेडिंग की डगर युद्ध की रणनीति से कम नहीं

शेयर बाज़ार में निवेश और ट्रेडिंग की राह निकालना किसी सैन्य युद्ध की योजना बनाने से कम नहीं। कितनी भी कुशल योजना बना लें, कुछ भी आपकी योजना के अनुरूप नहीं चलता। इसका मतलब यह नहीं कि बिना कोई योजना बनाए मैदान में कूद पड़ना चाहिए। योजना ज़रूर बनाएं, तैयारी भी पूरी करें। लेकिन हमेशा सतर्क रहें कि पल में सारे समीकरण बदल सकते हैं। इन बदलावों के माफिक ढलने की क्षमता रखें। बाज़ार अक्सर बड़ी तगड़ी गुगली फेंकता है। ऐसे में बहुत-सी गेंदों तो छोड़ देना पड़ता है। कभी-कभी ट्रेड न करना भी एक रणनीति होती है। ट्रेडिंग को आदत या नशे के रूप में कतई न लें। यह बाजार में औरों से भिड़कर कमाने का युद्ध है, जहां आपको हमेशा अपनी पूंजी बचाकर चलना होता है। अब सोमवार का व्योम…

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