हमारे विचारों, भावनाओं और बर्ताव से तय होता है कि हम ट्रेडिंग या दूसरी गतिविधि से क्या परिणाम हासिल करते हैं। विचार बनते हैं हमारी मान्यताओं, पूर्वाग्रहों, मूल्यों, दृष्टिकोण व रुझान से। जब भी किसी घटना पर हमारा ध्यान जाता है तो विचार सक्रिय हो जाते हैं और हमारा दिमाग फटाफट न्यूरोन्स दागना शुरू कर देता है। मसलन, स्टॉप-लॉस की नौबत आ जाए तो हम इस तरह घाटा खाना स्वीकार नहीं कर पाते। अब बुधवार की बुद्धि…
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