बाजार का रुख आज अच्छा और स्थिर रहा क्योंकि वित्त वर्ष के अंत में अब बस दो दिन ही बचे हैं। बाजार का रुख तय करने में कुछ हद तक एनएवी (शुद्ध आस्ति मूल्य) के दबाव की भी भूमिका है। दुनिया के बाजार भी स्थिर हैं। मेरा मानना है कि इस अप्रैल में ब्याज दरें बढ़ाए जाने की कोई संभावना नहीं है। फिर भी असल में क्या होता, इसे बता पाना किसे के लिए संभव नहीं है।औरऔर भी

आईपीएल के मूल्याकंन पर हमारे विचार न केवल एक्सक्लूसिव थे, बल्कि बाजार की उम्मीदों से काफी जुदा थे। कोई भी एनालिस्ट आईपीएल के लिए 22.5 करोड़ डॉलर से ऊपर नहीं जा सका क्योंकि एक तो उनके पास सही नजरिया नहीं है और दूसरे वे आशावादी से कहीं ज्यादा निराशावादी हैं। हालांकि हमने इंडिया सीमेंट पर अपनी रिपोर्ट मे शुरुआत में इसका मूल्य 25 करोड़ डॉलर आंका था। लेकिन हमने यकीन के साथ कहा था कि यह 30औरऔर भी

इस समय रीयल्टी क्षेत्र के शेयरों में काफी शॉर्ट सेलिंग ब्याज दरें बढ़ने के अंदेशे में हो रही है। लेकिन मैं तो हमेशा की तरह जब हर कोई बेच रहा होता है, तब खरीदने के पक्ष में रहता हूं। वैसे भी रीयल्टी सेक्टर मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं मानता हूं कि रीयल्टी कंपनियों के लिए लागत में जितना पलीता लगता है, उतना ही वे अपनी प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ाते हैं और उनका परिचालन लाभ मार्जिन (ओपीएम) घटनेऔरऔर भी

कल हमने सीएनआई पर आपको दिखाया कि कैसे निफ्टी 5250 से लुढ़क कर 4650 तक आया और फिर हर तरफ यही दहशत फैलाई जाने लगी कि अब यह गिरकर 3800 तक पहुंच जाएगा। इसके बावजूद हम यही कहते रहे कि बाजार ऊपर उठेगा। इस दरमियान हमने पांच-सात बार निफ्टी में ट्रेडिंग के जरिए आपको मुनाफा कमाने का मौका दिया। आज भी हमने साबित कर दिया कि चंद ब्रोकर कैसे आपको उल्लू बनाते हैं। उन्होंने आइडिया और भारतीऔरऔर भी

एक चैनल पर मैं उसी शख्स को देख रहा था जिसने दावा किया था कि निफ्टी 3800 तक गिर जाएगा। मैं उसका चेहरा देखता रह गया क्योंकि वो अब भी कह रहा था कि बाजार में कोई दम नहीं है, तेजी जल्दी ही पिघल जाएगी और अभी कुछ नहीं, बस शॉर्ट कवरिंग चल रही है और बाजार गिरावट के मुहाने पर खड़ा है। अब भी वह शख्स दावे के साथ कह रहा था कि 3800 नहीं तोऔरऔर भी

हफ्ते का पहला दिन कारोबारियों के लिए बेहद बोरिंग रहा। निफ्टी में किसी तरह का कोई उत्साह नहीं नजर आया, जबकि मुद्रास्फीति का मसला ऐसे मोड़ पर है जहां उसे प्रतिक्रिया करनी चाहिए। हमारा मानना था कि निफ्टी 5136 का स्तर पार करने के बाद अच्छी-खासी चमक दिखाएगा क्योंकि ज्यादातर कारोबारी मुद्रास्फीति के बढ़ने के बाद शॉर्ट सेलिंग कर चुके हैं। यहां तक कि वे रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) में शॉर्ट हैं क्योंकि इस सेटलमेंट में इसका चार्टऔरऔर भी

बाजार के ज्यादातर कारोबारी निफ्टी में शॉर्ट थे और टकटकी लगाए देख रहे थे कि कब स्क्रीन पर निफ्टी के लिए 5040 का अंक चमकता है। मेरी जिन भी 15-20 रिटेल प्रमुखों और दूसरे लोगों से बात हुई, सभी करेक्शन का इंतजार कर रहे थे। अभी हालत यह है कि या तो वे शॉर्ट हैं या 15 मार्च तक अग्रिम कर अदायगी के लिए बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। कुछ तो यहां तक मानते हैं किऔरऔर भी

बजट ने यकीनन बाजार की प्रमुख चिंताओं का ख्याल रखा है। वित्त मंत्री सरकार की बाजार उधारी को 3.45 लाख करोड़ रुपए तक लाने में कामयाब रहे हैं, जबकि एनालिस्ट लोग 4.75 लाख करोड़ की उम्मीद कर रहे थे। यह भी वाकई चौंकानेवाली बात रही कि आयकर में रियायतें दी गई हैं। वह भी तब, जब सरकार को राजस्व जुटाने में मुश्किल आ रही है। सरकार के प्रत्यक्ष कर प्रस्तावों से उसकी कर आमदनी में 26,000 करोड़औरऔर भी