पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी द्वारा सहारा समूह की दो कंपनियों – सहारा इंडिया रीयल एस्टेट कॉरपोरेशन और सहारा हाउसिंग इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के खिलाफ सुनाया गया आदेश 66 लाख निवेशकों को ब्याज समेत उनका धन लौटाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें समूह और उसके मुखिया सुब्रत रॉय के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं और अंदेशा जताया गया है कि इन कंपनियों में बड़े पैमाने पर मनी लॉन्डिंग हो रही है। सेबी के पूर्णकालिक निदेशकऔरऔर भी

सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि पहली नजर में सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय के खिलाफ 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले की जांच में हस्तक्षेप करने का मामला बनता है। इस आधार पर कोर्ट ने शुक्रवार को सहाराश्री के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू करने का नोटिस जारी कर दिया। कोर्ट ने इसके साथ ही दो पत्रकारों – उपेंद्र राय और सुबोध जैन को भी नोटिस जारी किया है। इन दोनों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जांच अधिकारी राजेश्वरऔरऔर भी

सहारा समूह आईपीएल की अपनी टीम पुणे वॉरियर्स में अपनी हिस्सेदारी घटाने पर विचार कर रहा है। यह टीम सहारा ने साल भर पहले 22 मार्च 2010 को एक नीलामी के जरिए 37 करोड़ डॉलर (करीब 1700 करोड़ रुपए) में खरीदी थी। सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय ने अमेरिकी शहर बोस्टन में कहा, “हमें भविष्य में आईपीएल टीम में कोई धन लगाने की जरूरत नहीं है। बल्कि हम इसकी कुछ हिस्सेदारी निकालने पर विचार कर रहेऔरऔर भी