सोने के दाम गिरते जा रहे हैं और छोटी अवधि में उसमें निवेश करना कहीं से भी फायदे का सौदा नहीं है। दुनिया भर में जिंसों के गुरु माने जानेवाले जिम रोजर्स तक ने हाल में ही कहा था कि किसी भी आस्ति के लिए 11 साल तक लगातार बढ़ते रहना बेहद असामान्य है। इसलिए सोने के दामों में इस साल गिरावट आनी चाहिए। फिर भी भारत के व्यापारी ग्राहकों के सिर सोने को मढ़ने की जबरदस्तऔरऔर भी

देश भर में पिछले हफ्ते शनिवार, 17 मार्च से शुरू हुई सराफा कारोबारियों की हड़ताल सातवें दिन, शुक्रवार को को भी जारी रही। इससे व्यापारियों ने नव संवत्सर के पहले दिन गुड़ी पड़वा व उगाड़ी जैसे पर्व पर गहने बेचने का अच्छा मौका गवां दिया। यह दिन सोना खरीदने के लिए शुभ माना जाता है और लोगबाग पारंपरिक रूप से इस मौके पर थोड़ा-बहुत सोना खरीदते हैं। सोने के कारोबारी बजट में सोने पर सीमा शुल्क औरऔरऔर भी

सरकार ने सोना व चांदी के आयात का आधार मूल्य बढ़ा दिया है। मंगलवार को देर शाम जारी अधिसूचना के अनुसार सोने का आधार आयात मूल्य अब 5.7 फीसदी बढ़ाकर 556 डॉलर प्रति दस ग्राम और चांदी का आधार आयात मूल्य 12 फीसदी बढ़ाकर 1067 डॉलर प्रति किलोग्राम कर दिया गया है। बता दें कि आधार आयात मूल्य वह मूल्य पर होता है जिस पर सरकार टैक्स लगाती है। आयात इससे कम मूल्य पर भी किया जाए,औरऔर भी

सरकार ने सोने व चांदी की मात्रा के बजाय मूल्य पर आयात शुल्क लगाने का फैसला किया है। अभी तक 10 ग्राम सोने पर 300 रुपए और एक किलो चांदी पर 1500 रुपए का आयात शुल्क लगा करता था। लेकिन ताजा अधिसूचना के मुताबिक अब सोने के मूल्य का दो फीसदी और चांदी के मूल्य का 6 फीसदी आयात शुल्क लिया जाएगा। हीरे पर भी अब दो फीसदी आयात शुल्क लगेगा। सरकार को नए प्रावधान से इसऔरऔर भी

वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का कहना है कि प्याज की कीमतें अब नीचे आने लगी हैं और सरकार की ओर से किए जा रहे उपायों से जल्दी ही स्थिति नियंत्रण में होगी। उल्लेखनीय है कि प्याज के भाव करीब एक हफ्ते से आसमान छू रहे हैं। प्याज का मसला राजनीतिक रूप से इतना संवेदनशील है कि वित्त मंत्री बराबर इस पर सफाई देते फिर रहे हैं। राजधानी दिल्ली में तो श्री मुखर्जी ने बराबर मीडिया को इसऔरऔर भी