माना कि मन ही मनुष्य के बंधन व मोक्ष का कारण है। लेकिन शरीर की स्वतंत्र सत्ता है। मन उसी के अधीन है। इसलिए जो शरीर को स्वस्थ नहीं रख पाते, वे मन की उदात्त अवस्था तक नहीं पहुंच पाते।
2011-06-05
माना कि मन ही मनुष्य के बंधन व मोक्ष का कारण है। लेकिन शरीर की स्वतंत्र सत्ता है। मन उसी के अधीन है। इसलिए जो शरीर को स्वस्थ नहीं रख पाते, वे मन की उदात्त अवस्था तक नहीं पहुंच पाते।
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