साल के अंत में फुरसत से समीक्षा करने की ज़रूरत है कि ट्रेडिंग में क्या पाया और क्यों गंवाया। साथ ही सतर्कता भी चाहिए कि शेयर बाज़ार के प्रमुख खिलाड़ी क्या कर रहे हैं, खासकर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और म्यूचुअल फंडों की सक्रियता क्या है? ताज़ा जानकारी के मुताबिक म्यूचुअल फंडों में एसआईपी के जरिए नियमित धन करनेवाले निवेशकों ने सितबंर से नवंबर तक के तीन महीनों में 22,110 करोड़ रुपए निकाले हैं। दूसरी तरफ एफपीआई ने दिसंबर में 11,557 करोड़ रुपए डालने के बावजूद इस साल बाज़ार से कुल 1.34 लाख करोड़ रुपए निकाले हैं। बैंकों, बीमा कंपनियों, प्रोफेशनल ट्रेडरों और ब्रोकरों का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। फिर भी साफ है कि बाजार में सुकून और घबराहट दोनों साथ-साथ मौजूद हैं। अब गुरुवार की दशा-दिशा…
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