हम रहते हैं औरों से छह माह आगे

हम बार-बार यही दोहरा रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था काफी मजबूत स्थिति में है और हम अभी बुल मार्केट या तेजी के दौर से गुजर रहे हैं। इसी दिशा में आज अंतरराष्ट्रीय एजेंसी फिच ने भारत की रेटिंग बढ़ा दी। बाजार का रुख भी बराबर हमारी सोच की तस्दीक कर रहा है। निफ्टी आज 77.70 अंक की बढ़त के साथ 5197.05 के स्तर पर पहुंच गया। आप खुद ही देख लें कि यह 5200 अंक के एकदम करीब है जो तकरीबन पहले के उच्चतम स्तर के बराबर है।

अभी तक 2800 अंक से 5300 अंक तक की यात्रा में निफ्टी पर हमारी कॉल काफी सटीक रही है। इस दरमियान आए तमाम उतार-चढ़ाव व करेक्शन ने घबराहट और अफरातफरी का माहौल पैदा किया। लेकिन हम दृढ़ता से अपने यकीन पर कायम रहे। जिन भी निवेशकों को हम पर भरोसा व विश्वास है, उन्हें हम आश्वस्त करते हैं कि निफ्टी 5500, 5700 और यहां तक कि 6000 का स्तर पार करेगा। लेकिन धैर्य रखें क्योंकि बाजार हमारे हाथ में नहीं है।

ठीक पिछले कॉलम में हमने कहा था कि बी ग्रुप के शेयर बहुत-बहुत तेजी से बढ़ेंगे। यह भी बताया था कि सीएनआई की रिपोर्ट आने के बाद इनसेक्टीसाइड इंडिया लिमिटेड का शेयर 25 से 40 फीसदी बढ़ चुका है। आज भी यह शेयर एनएसई में 5.91 फीसदी और बीएसई में 6.92 फीसदी बढ़ा है। यही नहीं, बीएसई में इसने 196.10 रुपए पर 52 हफ्ते का नया शिखर हासिल किया है।

उछल-कूद मचानेवाले बेचैन ट्रेडरों व निवेशकों को तो सारे जवाब नहीं दिए जा सकते। लेकिन शिवालिक से लेकर आरडीबी तक हमारे सुझाए सभी शेयरों में बेहतर रिटर्न दिया है। अन्य शेयरों के बारे में भी हम साबित कर देंगे कि हमारी रिसर्च आधारित सिफारिशों को एक दिन बाजार भी मानेगा। मसला यही है कि हम बाजार से छह महीने आगे चलते हैं। इसलिए आपको इतना वक्त तो देना ही पड़ेगा।

हमने कहा था कि आईडीबीआई बैंक को सरकारी पूंजी मिलेगी और अब भारत सरकार ने घोषित कर दिया कि वह आईडीबीआई बैंक को 3000 करोड़ रुपए देगी। जैसे ही यह पूंजी मिलेगी, उसके बाद आईडीबीआई का आकलन नए सिरे से करना होगा।

कितनी विचित्र बात है कि जिंदगी में हमारे पास दोस्तों के लिए वक्त नहीं होता, जबकि हम अपना वक्त ही नहीं, सारी ऊर्जा व ध्यान भी दुश्मनों से निपटने पर लगाए रहते हैं।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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