शेयर बाज़ार रिस्की, आत्मघात न करें!

शेयर बाज़ार में पिछले कुछ महीनों से जिस तरह हाई टाइड चल रहा है, जो निफ्टी पहले दिन में 90-100 अंक ऊपर-नीचे होता था, वो अब दिन में 250-300 अंकों का दायरा तय करने लगा है, उसे देखते किसी भी अनजान व्यक्ति के लिए बाज़ार में घुसना बेहद खतरनाक है। लेकिन मरता क्या न करता? जब हर तरफ काम-धंधे का अकाल है, नौकरियों का टोंटा है तो नौजवान कोई भी रिस्क लेने को तैयार है। इनको लाख समझाओ, वे शेयर बाज़ार में कूदने को तैयार हैं, भले ही यह उनके लिए आत्मघाती बन जाए। वे नहीं समझते कि एक-दो लाख की पूंजी इस बाज़ार में पलक झपकते ही गायब हो सकती है। बाज़ार में चप्पे-चप्पे पर घाघ बैठे हैं जिसकी कमाई ही अनजान लोगों के शिकार पर चलती है। अब मंगल की दृष्टि…

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