अमेरिका में शेल गैस की खोज और दोहन में मिली सफलता के बाद दुनिया के तमाम देशों की तरह भारत ने भी अपनी पथरीली घाटियों में शेल गैस के भंडारों का पता लगाने का काम शुरू कर दिया है। हालांकि अभी तक कोई शेल गैस ब्लॉक आवंटित नहीं किया गया है। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने बुधवार को राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि परम्परागत तेल और गैस की खोज व दोहन से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर आशा की जा सकती है कि भारत की पथरीली घाटियों में शेल गैस मौजूद है। श्री रेड्डी ने कहा कि देश में शेल गैस के स्रोतों का पता लगाने का काम तेजी पर है। लेकिन अभी तक नीलामी के जरिए देश में शेल गैस की खोज के लिए गैस ब्लॉक आवंटित नहीं किए गए हैं।
मंत्री महोदय ने कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक तेल व गैस के आयात पर निर्भरता में कमी के बारे में स्रोतों के पूरे आकलन, शेल गैस ब्लॉकों के आबंटन, कुंओं की खुदाई और शेल गैस ब्लॉकों की उत्पादन क्षमता के आकलन के बाद ही जानकारी दी जा सकेगी। सदन के पटल पर रखे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री आर पी एन सिंह ने सूचित किया कि चुनिंदा घाटियों में शेल गैस की संभावना का पता लगाने के लिए उपाय शुरू कर दिए गए हैं।