इस साल शेयर बाज़ार कभी क्रैश हो गया तो? ऐसा नहीं होगा, इसकी कोई गारंटी नहीं। बढ़ता रहे तो बहुत अच्छा। लेकिन धसक गया तो? हमें इसकी तैयारी रखनी ही चाहिए। आंख-कान और दिमाग हमेशा खुला रखना होगा। साथ ही अभी तक के निवेश पर हासिल रिटर्न को कैसे बचा लिया जाए, इसका भी इंतज़ाम कर लेना पड़ेगा। हम जानते हैं कि बाज़ार टूटने पर सबसे ज्यादा माइक्रो-कैप, स्मॉल-कैप और मिड-कैप कंपनियों के शेयर टूटते हैं, जबकि लार्ज-कैप कंपनियों के शेयर सबसे कम। इसलिए हमें इस समय एक काम तो यह करना चाहिए कि धीरे-धीरे माइक्रो-कैप, स्मॉल-कैप और मिड-कैप कंपनियों के शेयर बेचते रहें और उनसे हासिल रकम से उन लार्ज-कैप कंपनियों के शेयर खरीद लें जो थोड़ा दबे हुए हैं। मान लें कि ऐसी कोई लार्ज-कैप कंपनी नहीं दिख रही क्योंकि सभी के शेयर आसमान पर हैं तो हासिल मुनाफा बैंक एफडी या रिजर्व बैंक के बॉन्ड में लगा दें। इसके बाद भी जो धन बच जाए, उसे बचत खाते में बतौर कैश रख सकते हैं। महंगे शेयर खरीदने का कोई तुक नहीं। हालांकि कुछ कंपनियों के शेयर महंगे दिखने के बावजूद सस्ते होते हैं। आज तथास्तु में एक ऐसी ही कंपनी…
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