उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने का राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) 40 रूपए प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री मायावती की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया। अब सामान्य किस्म के गन्ने की बढ़ी कीमत 240 रुपए, अच्छे किस्म के गन्ने के लिए 250 रुपए और अन्य किस्म के गन्ने की कीमत 235 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगी।
इस फैसले की घोषणा करते हुए खुद मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ में बताया कि निजी चीनी मिल मालिकों को तीन दिन में पेराई शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। पेराई नहीं शुरू करने पर चीनी मिलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के हित को देखते हुए गन्ने की कीमत बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इससे राज्य के 40 लाख गन्ना किसान लाभान्वित होंगे।
बता दें कि राज्य सरकार ने पिछले पेराई सत्र में भी गन्ने की कीमत 40 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाई थी। बीएसपी के सत्ता में आने के बाद गन्ने के राज्य समर्थित मूल्य में लगभग दोगुनी वृद्धि की गई है। पार्टी 2007 में जब सत्ता में आई, तब गन्ने का एसएपी 125 रुपए प्रति क्विंटल था, जिसे अब बढ़ाकर 235 से 250 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह पंजाब से भी ज्यादा है, जहां गन्ने का एसएपी अभी 220 रुपए से 230 रुपए प्रति क्विंटल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बकाया नहीं चुकाने पर पिछले साल दो निजी चीनी मिल मालिकों को जेल भेजा गया था। अब गन्ना किसानों का पिछले पेराई सत्र का कुछ भी बकाया नहीं है।