शेयर बाज़ार में निवेश का बेसिक फंडा यह है कि इसमें उन्हीं लोगों को आना चाहिए जिनके पास रोजमर्रा ही नहीं, आकस्मिक जरूरतों का इंतज़ाम करने के बाद इफरात धन बचता हो। जिनकी स्थिति ऐसी नहीं है, उन्हें सबसे पहले रोज़ी-रोज़गार का इंतज़ाम करना चाहिए। इफरात धन का भी वही हिस्सा शेयरों में लगाएं जिसकी कई सालों तक ज़रूरत न हो और वो डूब भी जाए तो सेहत पर फर्क नहीं। हालांकि सोच यही रहे कि बचत के मूल्य को मुद्रास्फीति के दीमक से बचाना ही नहीं, जमकर बढ़ाना भी है। शेयर बाज़ार की लिस्टेड कंपनी पर सवार होकर ही हम यह लक्ष्य पा सकते हैं। अगर गैल इंडिया का शेयर दो साल में ₹95 से ₹220, एनटीपीसी का शेयर तीन साल में ₹122 से ₹422 और महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर चार साल में ₹610 से ₹3135 तक पहुंचता है तो यह कोई चमत्कार नहीं। इन कंपनियों के शेयरों ने क्रमशः 52.18%, 51.23% और 50.57% की सालाना चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से रिटर्न दिया तो अपने धंधे की बरक्कत के दम पर। इन्होंने न केवल मुद्रास्फीति को मात दी, बल्कि शेयरधारकों की दौलत भी बढ़ा दी। अब पेश है तथास्तु में आज की कंपनी…
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