शेयर बाज़ार वित्तीय जगत का हिस्सा है। दुनिया भर में वित्तीय जगत का केंद्र अब भी अमेरिका और उसका केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व है। अपने यहां इस वित्तीय जगत का सर्वेसर्वा है भारतीय रिजर्व बैंक। हमें शेयर बाज़ार की चाल को समझना है तो वित्तीय जगत की हर हलचल को हमेशा समझकर चलना होगा। तीन दिन पहले ही शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने रेपो या बैंकों को एकाध दिन उधार पर धन देने की ब्याज दर 0.50% और उठा दी। उसने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक तीन बार में कुल ब्याज दर 1.40% बढ़ाई है। देश में अब सांकेतिक ब्याज दर 5.40% हो गई है। अपना रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर नियंत्रण पाने के लिए ब्याज दर बढ़ाने में अमेरिका की नकल कर रहा है। लेकिन भारत में मुद्रास्फीति क्या ब्याज बढ़ाकर रोकी जा सकती है? अब सोमवार का व्योम…
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