पाकिस्तान ने वाघा-अटारी सड़क-मार्ग से भारत को प्याज के निर्यात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। उसके इस कदम से प्याज की कीमतों पर नियंत्रण के भारत सरकार के प्रयासों को झटका लग सकता है। सीमा शुल्क विभाग (अमृतसर) के उपायुक्त आर के दुग्गल ने गुरुवार को बताया, “पाकिस्तान सरकार ने सड़क के रास्ते से भारत को प्याज की आपूर्ति प्रतिबंधित कर दी है।” इस प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान के अधिकारियों ने किसी भी ट्रक को प्याज लाने की अनुमति नहीं दी है।
पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के कारोबारियों का मानना है कि पाकिस्तान की सरकार ने यह कदम अपने देश में प्याज की कीमतों में किसी असामान्य बढोतरी को टालने के लिए उठाया है। प्याज के निर्यात पर अचानक प्रतिबंध का असर दोनों देशों के व्यापारियों पर पड़ेगा। भारतीय आयातकों का दावा है कि पाकिस्तान की सरकार ने लगभग 1500 टन प्याज की आपूर्ति की अनुमति नहीं दी है जिसके लिए अनुबंध पहले ही किया जा चुका है।
अमृतसर के एक सब्जी व्यापारी अनिल मेहरा ने बताया, “हमें अभी लगभग 1500 टन प्याज की आपूर्ति की जानी बाकी है लेकिन पाकिस्तान की सरकार ने स्थानीय व्यापारियों को अपने अनुबंधों को पूरा करने की अनुमति नहीं दी है।” सीमा शुल्क अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान के अधिकारियों ने बुधवार को प्याज से भरे 100-150 ट्रकों को भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया और इनसे वापस लौट जाने को कहा।
मेहरा ने सवाल उठाया कि जब पाकिस्तान के सीमा शुल्क अधिकारी भारत को अनुबंधित प्याज की आपूर्ति को पहले ही मंजूरी दे चुके थे तो अब उन्होंने इसे क्यों रोक दिया? बता दें कि पंजाब में दो हफ्ते पहले तक प्याज के दाम 60-65 रुपए प्रति किलो चल रहे थे। लेकिन वाघा-अटारी सीमा से पाकिस्तान का प्याज आने से इसका दाम घटकर 40-45 रुपए पर आ गया था। व्यापारियों के मुताबिक पाकिस्तान की बंदिश के बाद अब इसमें फिर 5 से 7 रुपए वृद्धि हो जाने की उम्मीद है।