संभावनाएं अपार, मगर हासिल कितना!

भारत संभावनाओं से भरा देश है। इसमें कोई दोराय हो ही नहीं सकती। यहां कमानेवाले लोग अगले करीब पचास साल तक रिटायर्ड लोगों से कहीं ज्यादा रहेंगे। एक अनुमान के मुताबिक भारत की आबादी का मध्यमान साल 2070 तक 29 साल रहेगा। साफ है कि सरकार शिक्षा व स्वास्थ्य की कितनी भी उपेक्षा कर ले, हमारा डेमोग्राफिक डिविडेंड फिलहाल अक्षुण्ण है। गंगा की वेगवती धारा अपनी राह निकाल ही लेती है। भारत के नौजवान रोज़ी-रोजगार के साधन निकाल ही लेंगे। कारण, समूची दुनिया में भारतीयों की उद्यमशीलता का कोई सानी नहीं है। बड़ी कंपनियों की बात छोड़िए, लघु व मध्यम क्षेत्र और स्टार्ट-अप उद्यमियों में गजब की संजीवनी है। भारत अभी तक अपनी अंतर्निहित संभावनाओं को नहीं हासिल कर पा रहा है तो इसकी एकमात्र वजह है कि यहां की राजनीति खराब है। एक दिन हम इसे भी दुरुस्त कर लेंगे। अब शुक्रवार का अभ्यास…

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