अतीत में निफ्टी के शिखर पर पहुंचने के बाद जो करेक्शन आए, वे अलग-अलग रहे हैं। जनवरी 2008 में निफ्टी शिखर पर पहुंचने के बाद सवा साल में 50% तक गिर गया था। यकीनन, अब उतना बड़ा करेक्शन होने की गुंजाइश नहीं दिखती। लेकिन बड़ा करेक्शन तो आ ही सकता है, इस आशंका से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता। हाल का जो करेक्शन अक्टूबर 2021 के शीर्ष के बाद जून 2022 तक आया था, वो लगभग 17% का रहा है। असल में हम और पीछे जाएं तो पिछले 30 सालों में दस मौके ऐसे रहे हैं जब सेंसेक्स या निफ्टी शीर्ष पर पहुंचने के बाद वहां से कम से कम 20% गिर गए और बाज़ार तेज़ी से मंदी की गिरफ्त में चला गया। लेकिन अभी जो दौर चल रहा है, उसमें निफ्टी/सेंसेक्स शीर्ष से 20% तक नीचे नहीं आए हैं। अब गुरुवार की दशा-दिशा…
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