मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के 1032 रुपए के मूल्य पर जारी किए गए शेयर शुक्रवार को नए नियम के मुताबिक एक घंटे के नीलामी सत्र के बाद बीएसई में 1387 रुपए और एनएसई में 1408 रुपए पर लिस्ट हुए। इस तरह लिस्टिंग मूल्य इश्यू मूल्य से क्रमशः 34.4 फीसदी और 36.4 फीसदी ज्यादा रहा। इसके बाद इस पर 20 फीसदी का सर्किट ब्रेकर लग गया। इसकी ऊपरी सीमा 1664.40 रुपए और निचली सीमा 1109.60 रुपए बांध दी गई।
यह बीएसई में 1426 रुपए तक ऊपर और 1282.10 रुपए तक नीचे जाने के बाद 25.68 फीसदी की बढ़त लेकर 1297.05 रुपए पर बंद हुआ, वहीं एनएसई में ऊपर में 1428.55 रुपए और नीचे में 1282.20 रुपए तक जाने के बाद 25.65 फीसदी की बढ़त लेकर 1296.70 रुपए पर बंद हुआ है। कंपनी ने खुद को एनएसई में लिस्ट कराने के लिए आवेदन नहीं डाला था। लेकिन ब्रोकरों की मांग को देखते हुए एक्सचेंज ने उसे खुद ही लिस्ट कर लिया। बीएसई में जहां एमसीएक्स के 60,18,882 शेयरों में कारोबार हुआ, वहीं एनएसई में 79,41,567 शेयरों में। बीएसई में डिलीवरी का अनुपात 21.40 फीसदी और एनएसई में 22.80 फीसदी का रहा।
बता दें कि एमसीएक्स का आईपीओ 22 से 24 फरवरी तक खुला था और उसे 54 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। जुटाने थे 663 करोड़ रुपए और निवेशकों ने लगा दिए करीब 35,000 करोड़ रुपए। निश्चित रूप से एमसीएक्स मजबूत धरातल पर खड़ी कंपनी है। उसका एक्सचेंज एमसीएक्स देश में कमोडिटी फ्यूटर्स का सबसे बड़ा केंद्र है। देश के कुल कमोडिटी फ्यूचर्स कारोबार में उसका हिस्सा 87 फीसदी के आसपास है।
लेकिन जानकारों का कहना है कि आम निवेशकों को फिलहाल इसके शेयरों को बेचकर 25 फीसदी तक रिटर्न कमा लेना चाहिए क्योंकि अगले छह महीनों में इसके गिरकर इश्यू मूल्य 1032 रुपए से नीचे आ जाने के आसार हैं। किसी को खरीदना ही हो तो वह इसे तब खरीद सकता है। कंपनी का ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) इस समय 32.48 रुपए है और उसका शेयर फिलहाल 39.93 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है जिसे कतई सस्ता नहीं माना जा सकता। एमसीएक्स का गुब्बारा इस समय फूला हुआ है। इसलिए कुछ महीनों तक इसके पिचकने का इंतजार करना चाहिए।