अजीब हाल है। जो लोग आईएएस-पीसीएस नहीं बन पाए वे आईएएस-पीसीएस बनाने का कोचिंग सेंटर चलाने लग गए। जो खुद अपनी शादी नहीं करा पाए वे शादियां कराने की दुकान खोल बैठे। जो खुद वित्तीय बाज़ार में ट्रेडिंग से कमा नहीं पाए. ऐसे तमाम तोतले घर-बैठे ट्रेडिंग सिखाने का चैनल चलाने लगे। समाज में फैली बेरोज़गारी, बढ़ती ज़रूरतों और लोगों के लालच का फायदा उठाकर ऐसे नाकारा लोग महीने में लाखों कमाने लग गए। इससे भी पूरी नहीं पड़ा तो ब्रोकरों के दलाल और सॉफ्टवेयर बेचनेवालों के एजेंट बन गए। दावा करते हैं कि बस एक बार फीस दे दो और ज़िंदगी भर फ्री सीखते रहो। लेकिन दोबारा पहुंचो तो बताते हैं कि उन्होंने पैकेज अपग्रेड कर दिया जिसकी नई फीस देनी पड़ेगी। अब मंगलवार की दृष्टि…
यह कॉलम सब्सक्राइब करनेवाले पाठकों के लिए है.
'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
इस कॉलम को पूरा पढ़ने के लिए आपको यह सेवा सब्सक्राइब करनी होगी। सब्सक्राइब करने से पहले शर्तें और प्लान व भुगतान के तरीके पढ़ लें। या, सीधे यहां जाइए।
अगर आप मौजूदा सब्सक्राइबर हैं तो यहां लॉगिन करें...