बीमा कंपनियां दुनिया भर में अगले तीन सालों में मोबाइल और इंटरनेट पर अपनी मार्केटिंग पर 8.4 करोड़ डॉलर (करीब 400 करोड़ रुपए) खर्च करेंगी। यह निष्कर्ष है आईटी सलाहकार कंपनी एक्सेंचर के ताजा सर्वे का। कंपनी ने इस सर्वे में तमाम देशों की 125 बड़ी बीमा कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की। इनमें अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका व एशिया-प्रशांत क्षेत्र के साथ ही भारत की भी बीमा कंपनियां शामिल थीं।
सर्वे का कहना है कि बीमा कंपनियां अपनी पहुंच और बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अब मोबाइल टेक्नोलॉजी और डिजिटल मार्केटिंग पर जोर देने लगी हैं। वे आगे फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर भी विज्ञापन बढ़ाने की सोच रही हैं। अगले तीन सालों में वे इंटरनेट पर मार्केटिंग का काम तेज कर देंगी। इससे यह भी जाहिर हुआ है कि 62 फीसदी बीमा कंपनियां मोबाइल तकनीक को, 49 फीसदी कंपनियां डिजिटल मार्केटिंग को और 44 फीसदी कंपनियां चैनल इंटीग्रेशन को तरजीह देंगी।
एक्सेंचर के ग्लोबल मैनेजिंग डायरेक्टर सेरगे कालेट का कहना है कि बीमा कंपनियों के सामने वितरण रणनीति को विकसित करने की चुनौती है। वे सही ग्राहक तक सही कीमत में सही उत्पाद व सेवाएं सही चैनल से पहुंचाना चाहती है। इसीलिए वे इंटरनेट जैसे नए माध्यम का सहारा लेना चाहती हैं। लेकिन सर्वे में 81 फीसदी लोगों ने अब भी माना कि बीमा उत्पादों के वितरण में सलाह की बहुत अहमियत है।