चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अप्रत्यक्ष कर संग्रह 44 फीसदी बढ़कर 1,50,686 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। अप्रत्यक्ष कर संग्रह में सीमा शुल्क (कस्टम), केन्द्रीय उत्पाद शुल्क (एक्साइज) और सेवा कर (सर्विस टैक्स) शामिल हैं।
वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘अप्रैल-सितंबर 2010 में अप्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़कर 1,50,686 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में हुए कर संग्रह के मुकाबले 44.4 फीसदी अधिक है।’’ सूत्रों के मुताबिक, अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढ़ोतरी की मुख्य वजह बजट में प्रोत्साहन उपायों की आंशिक वापसी है। इसके अलावा, चालू वित्त वर्ष में आर्थिक सुधार के चलते भी कर संग्रह बढ़ा है।
इस साल अप्रैल से सितंबर के दौरान सीमा शुल्क से राजस्व संग्रह 66.8 फीसदी बढ़कर 63,229 करोड़ रुपए पहुंच गया, जबकि केन्द्रीय उत्पाद शुल्क से मिला राजस्व संग्रह 40.7 फीसदी बढ़कर 60,834 करोड़ रुपए रहा। सेवाकर से राजस्व संग्रह 14.8 फीसदी बढ़कर 26,623 करोड़ रुपए रहा है।
