नियमतः शत-प्रतिशत और व्यवहार में अधिकांश इंट्रा-डे ट्रेडर व्यक्तिगत स्तर पर ट्रेड करते हैं। भोर में घर से निकल जाते हैं। किसी ब्रोकर या सब-ब्रोकर के यहां दिन के दिन में सौदे निपटाकर देश शाम घर लौट जाते हैं। उनकी यह भी खासियत है कि वे कहीं से भी मिल गई टिप्स क पीछे भाग पड़ते हैं। इस चक्कर में ऐसे आलतू-फालतू स्टॉक्स पर दांव लगा बैठते हैं जिनके बारे में किसी से खास कुछ सुना नहीं होता। उनके लिए मुफ्त की बिनमांगी सलाह। कभी भी अनजाने या बोरिंग स्टॉक्स में ट्रेड न करें। सरकारी कंपनी के ठंडे शेयरों से अच्छा है खबरों में चल रही किसी कंपनी का शेयर ले लिया जाए। हां, यह भी ध्यान रखें कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग उन्हीं के लिए है जो सुबह से शाम तक बराबर जमे रहते हैं, कोई धंधा या नौकरी करनेवालों के लिए नहीं। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
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