कमाल की बात है कि सरकार के कोविड टास्क फोर्स की भविष्यवाणी सरासर गलत निकली। मार्च 2020 से लेकर अब तक भारत में लगभग साढ़े तीन करोड़ कोरोना मरीज आ चुके हैं। यह भी कमाल है कि दुनिया में इस महामारी के दूसरे सबसे बड़े शिकार देश का शेयर बाज़ार साल भर में 25% से ज्यादा बढ़ गया। अमेरिका से लेकर यूरोप व जापान जैसे विकसित देशों मे बेहद सस्ते ब्याज पर उपलब्ध इफरात धन भारत जैसे उभरते बाज़ारों में बहकर आता रहा। एफआईआई ने इस धन से इस साल अब तक जमकर कमाया है। अपने यहां भी मुठ्ठी भर लोग शेयर बाज़ार से ज्यादा से ज्यादा कमाते रहे। लेकिन कोरोना की महामारी के चलते जो सप्लाई श्रृंखला टूटी है, वह अभी जुड़ी नहीं है। ऊपर से महंगाई की हाहाकार। अब गुरुवार की दशा-दिशा…
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