अमेरिका में आर्थिक मंदी की आशंका। चीन की आर्थिक विकास दर 2.7% रह जाने का अनुमान। साथ ही समूची विश्व अर्थव्यवस्था बहुत बढ़ी तो 2023 में 2.7% बढ़ सकती है। ऐसे में भारत इस साल 2022-23 में 6.9% और नए साल 2023-24 में 5-6% भी बढ़ जाए तो दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। ऐसे में हम भारतीय बड़े आराम से गाल फुलाकर हनुमान बनने के सरकारी स्वांग के झांसे में आ सकते हैं। लेकिन ज़मीनी हकीकत समझने के लिए यह जानना ज़रूरी है कि चीन की अर्थव्यवस्था का आकार इस समय 17.7 लाख करोड़ डॉलर है जो 96.5 लाख करोड़ डॉलर की समूची विश्व अर्थव्यवस्था का लगभग पांचवा हिस्सा है। वहीं, भारत का जीडीपी अभी 3.5 लाख करोड़ डॉलर है जिसके 2037 तक 10 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। तब भी हम अमेरिका व चीन से पीछे रहेंगे। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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