लक्ष्य था कि 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बना देंगे। लेकिन यह लक्ष्य 2025 तो छोड़िए 2026 तक भी हासिल करना असंभव है तो 2047 में भारत को विकसित देश बना देने का सपना उछाल दिया। लेकिन ‘कौन जीता है तेरी जुल्फ के सर होने तक’ तो मोदी सरकार ने 24 साल बाद के सपने को 2024 के चुनावों का अभियान बनाकर अभी से विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाल दी। 2047 में न ये सरकार रहेगी, न ये प्रधानमंत्री। लेकिन देश रहेगा। इसलिए हर देशभक्त को पूछना चाहिए कि ऐसा कैसे होगा? लेकिन न कोई पूछनेवाला है, न कोई जवाबदेही है। विश्व बैंक इस समय उन देशों को विकसित मानता है जिनकी प्रति व्यक्ति आय 13,846 डॉलर से ज्यादा है। रिजर्व बैंक के अध्ययन के अनुसार मुद्रास्फीति के असर को एडजस्ट करने पर 2047 में यह 21,664 डॉलर हो जाएगी। हमारी अर्थव्यवस्था अगर 6.5% की सालाना चक्रवद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ी, तब भी 2047 में हमारी प्रति व्यक्ति आय 11,333 करोड़ डॉलर पर ही पहुंचेगी। हम 2500 डॉलर के साथ अभी निम्न मध्य आय के देश हैं और 2047 में भी 11,333 करोड़ डॉलर प्रति व्यक्ति आय के साथ निम्न मध्य आय के ही देश रहेंगे, बशर्ते हम 9.41% की सीएजीआर से न बढ़ें। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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