शेयर बाज़ार समेत वित्तीय बाज़ार की ट्रेडिंग का अपना नियम-धर्म है। यह हमारी मान्यताओं व सोच से अलग है। ट्रेडिंग के दौरान हम अपनी सोच व मान्यताओं को एक तरफ रख दें और बाज़ार के वास्तविक पैटर्न व संतुलन को समझकर काम करें, तभी सफल हो सकते हैं। अन्यथा, बराबर विफल होने को अभिशप्त हैं। कम से कम हमें अपनी सोच के उन तत्वों को हटाना होगा जो नकारात्मक भावनाओं को उकसाते हैं। अब सोमवार का व्योम…औरऔर भी

मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद शेयर बाज़ार में नई तेज़ी आ गई है। निफ्टी 12,000 और सेंसेक्स 40,000 के पार जा चुका है। यह तेज़ी जारी रह सकती है, बशर्ते कंपनियों का ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) बढ़ने लगे। अभी तक पी/ई अनुपात का जलवा छाया रहा है। कंपनियों का मुनाफा नहीं बढ़ा तो बाज़ार कभी भी भरभराकर गिर सकता है। तथास्तु में आज अपने उद्योग में औरों से बेहतर काम कर रही कंपनी…औरऔर भी