जब भी आप किसी भी वजह से तनाव में हों तो उस दौरान ट्रेडिंग कतई नहीं करनी चाहिए। एकदम तनावमुक्त रहें, तभी वाजिब फैसले ले सकते हैं। गणना गलत निकल जाए तो स्टॉप-लॉस से उसे संभाल सकते हैं। लेकिन तनाव में रहे तो अपनी सीमा नहीं समझ में आएगी। कुछ जानकार कहते हैं कि ट्रेडिंग में मजा आए तभी उसे करना चाहिए। अन्यथा बराबर तनाव के चलते आप गलत फैसले ले सकते हैं। अब सोमवार का व्योम…औरऔर भी

लुभावने बहकावे में न आएं तो शेयर बाज़ार से कमाना कोई रॉकेट साइंस नहीं। ट्रेडिंग भावनाओं और प्रायिकता को पकड़ने का खेल है जबकि निवेश कंपनी की संभावनाओं को पकड़ने का। जैसे, टीवीएस मोटर को ठीक चार साल पहले हमने 56.35 पर पकड़ा था। अभी चार गुना होकर 235.65 पर है। दिक्कत यह है कि यहां कुछ लोग दूसरों को चरका पढ़ाने का धंधा करते हैं। खैर, सेबी उनकी धरपकड़ में लगी है। अब आज का तथास्तु…औरऔर भी