वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने देश के निर्यात को 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तब रखा है, जब वैश्विक मांग मंद पड़ने से तीन महीनों से लगातार वो घट रहा है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में वो 8.82% घटा है। विश्व में आर्थिक सुस्ती या आसन्न मंदी और हमारे घटते निर्यात का असर अंततः यह हो सकता है कि अमेरिका से लेकर यूरोप और चीन व जापान तक की तमाम कंपनियां अपना माल भारत में लाकर डम्प कर सकती हैं। वे भारत के बड़े बाज़ार का लाभ उठाना चाहेंगी, माल से लेकर सेवाओं तक में। मसलन, विदेशी विश्वविद्यालय हमारे यहां सरकार की मंजूरी से कैम्पस खोलने से लेकर फीस तय करने और मुनाफा वापस अपने देश ले जाने की छूट हासिल ही कर चुके हैं। अब गुरुवार की दशा-दिशा…
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