कल हमने सीएनआई पर आपको दिखाया कि कैसे निफ्टी 5250 से लुढ़क कर 4650 तक आया और फिर हर तरफ यही दहशत फैलाई जाने लगी कि अब यह गिरकर 3800 तक पहुंच जाएगा। इसके बावजूद हम यही कहते रहे कि बाजार ऊपर उठेगा। इस दरमियान हमने पांच-सात बार निफ्टी में ट्रेडिंग के जरिए आपको मुनाफा कमाने का मौका दिया। आज भी हमने साबित कर दिया कि चंद ब्रोकर कैसे आपको उल्लू बनाते हैं। उन्होंने आइडिया और भारतीऔरऔर भी

एक चैनल पर मैं उसी शख्स को देख रहा था जिसने दावा किया था कि निफ्टी 3800 तक गिर जाएगा। मैं उसका चेहरा देखता रह गया क्योंकि वो अब भी कह रहा था कि बाजार में कोई दम नहीं है, तेजी जल्दी ही पिघल जाएगी और अभी कुछ नहीं, बस शॉर्ट कवरिंग चल रही है और बाजार गिरावट के मुहाने पर खड़ा है। अब भी वह शख्स दावे के साथ कह रहा था कि 3800 नहीं तोऔरऔर भी

मैं यह पढ़कर सचमुच दंग रह गया कि दुनिया के सबसे अच्छे जानकार कह रहे हैं कि हाथी (भारत) नाच रहा है। विश्व की एक अन्य प्रमुख संस्था ने आज कहा कि जापान के अलावा बाकी एशिया के शेयर बाजार कई सालों के तेजी के दौर में प्रवेश कर रहे हैं। इस बारे में मैं अपने विचार तब ही व्यक्त कर चुका हूं, जब कोई भी शेयरों पर दांव लगाने को तैयार नहीं था। बाजार पर नजरऔरऔर भी

हफ्ते का पहला दिन कारोबारियों के लिए बेहद बोरिंग रहा। निफ्टी में किसी तरह का कोई उत्साह नहीं नजर आया, जबकि मुद्रास्फीति का मसला ऐसे मोड़ पर है जहां उसे प्रतिक्रिया करनी चाहिए। हमारा मानना था कि निफ्टी 5136 का स्तर पार करने के बाद अच्छी-खासी चमक दिखाएगा क्योंकि ज्यादातर कारोबारी मुद्रास्फीति के बढ़ने के बाद शॉर्ट सेलिंग कर चुके हैं। यहां तक कि वे रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) में शॉर्ट हैं क्योंकि इस सेटलमेंट में इसका चार्टऔरऔर भी

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे थे। फिर भी बाजार बढ़त के स्तर को बनाए नहीं रख सका। यह अजीब, मगर सच है। बाजार के साथ अक्सर ऐसा ही होता है कि अच्छी खबर का उतना असर उस पर नजर नहीं आता। खैर, बाजार के ऊपर बढ़ने का रुझान अभी थमा नहीं है। बल्कि, आईआईपी के अच्छे आंकड़े, एनएमडीसी के इश्यू का शांति से सब्सक्राइब हो जाना… सब यही दिखाता है कि बाजारऔरऔर भी

बाजार के ज्यादातर कारोबारी निफ्टी में शॉर्ट थे और टकटकी लगाए देख रहे थे कि कब स्क्रीन पर निफ्टी के लिए 5040 का अंक चमकता है। मेरी जिन भी 15-20 रिटेल प्रमुखों और दूसरे लोगों से बात हुई, सभी करेक्शन का इंतजार कर रहे थे। अभी हालत यह है कि या तो वे शॉर्ट हैं या 15 मार्च तक अग्रिम कर अदायगी के लिए बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। कुछ तो यहां तक मानते हैं किऔरऔर भी

वीआईपी इंडस्ट्रीज के पूर्व प्रबंध निदेशक सुधीर जातिया कंपनी में अपनी शेयर हिस्सेदारी 300 रुपए प्रति शेयर की दर से बेचेंगे। सूत्रों से मिली यह पक्की खबर है। कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 43.44 फीसदी है। वीआईपी इंडस्ट्रीज का शेयर बीएसई में 2.04 फीसदी बढ़कर 270.50 रुपए पर बंद हुआ, जबकि दिन में यह 278.40 रुपए तक चला गया था। वैसे, इस समय विमप्लास्ट खरीदने का अच्छा मौका है। विमप्लास्ट का शेयर बीएसई में आज ऊपर मेंऔरऔर भी

बाजार के ज्यादातर कारोबारी निफ्टी के 4950 से 5050 अंक के स्तर के बीच शॉर्ट सौदे करके फंस चुके हैं। इसलिए वे करेक्शन या गिरावट के पक्ष में हैं। जाहिर है उन्हें निफ्टी में १५० या इससे ज्यादा अंकों की गिरावट का इंतजार है। लेकिन यह भी सच है करेक्शन आपके चाहने पर कभी नहीं आता। हो सकता है कि मौजूदा सेटलमेंट तेजड़ियों के पक्ष में जाए क्योंकि निफ्टी में 5100 सीरीज के 75 लाख शेयरों औरऔरऔर भी

एनएमडीसी का एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर) बुधवार, 10 मार्च को खुलेगा और शुक्रवार 12 मार्च को बंद होगा। सरकार को उम्मीद है कि अगर एफपीओ 300-350 रुपए के मूल्य दायरे में ऊपर के भाव पर आया तो इस वित्त वर्ष में विनिवेश से धन जुटाने का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। विनिवेश सचिव सुमित घोष ने एक समाचार एजेंसी को यह जानकारी दी। सरकार को देश की इस सबसे बड़ी आइरन ओर निर्माता कंपनी के एफपीओ से 11,600औरऔर भी

पूंजी बाजार नियामक संस्था, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने शनिवार 6 मार्च को अपनी बोर्ड बैठक में शेयर बाजार से जुड़ा एक अहम फैसला लिया है। वह यह कि उसने स्टॉक एक्सचेंजों को शेयरों के डेरिवेटिव सौदों में अभी की तरह कैश या नकद सेटलमेंट के साथ ही शेयरों की लेन-देन या फिजिकल सेटलमेंट की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसे कब तक लागू किया जाएगा, इसका फैसला स्टॉक एक्सचेंजों से बातचीत के बाद तयऔरऔर भी