शेयर बाज़ार का शीर्ष सूचकांक निफ्टी-50 अक्टूबर 2021 में हासिल शिखर से अभी 7.46% दूर है। असल में वह जब भी चढ़ता है, मुनाफावसूली का दबाव उसे नीचे खींच लेता है। यह कोई असहज या बुरी बात नहीं क्योंकि शेयर बाज़ार में हर कोई कमाने ही आया है और महीनों बाद जब ज्यादा भाव पाने का मौका आया है तो क्यों चूके? ऐसे भी लोग बेच रहे हैं जिन्होंने अक्टूबर 2021 में निफ्टी के शिखर के आसपास महंगे शेयर खरीदे थे। उन्हें लगता है कि गलती को जितना सुधार लें, घाटे की जितनी भरपाई कर लें, उतना अच्छा। ऐसे में सहज सवाल उठता है कि एफपीआई की खरीद के दम पर बाज़ार में करीब डेढ़ महीने से चल रही तेज़ी आखिर कितने दिन, हफ्ते या महीने तक टिक पाएगी? अब मंगलवार की दृष्टि…
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