देखते ही देखते पुराना साल बीता, नया साल आ गया। आइए देखें कि साल भर में हमारे शेयर बाज़ार ने कितना रिटर्न दिया। शुक्रवार, 30 दिसंबर 2022 से शुक्रवार 29 दिसंबर 2023 के बीच निफ्टी-50 सूचकांक 20.03%, निफ्टी-500 सूचकांक 25.76%, निफ्टी मिड-कैप 50 सूचकांक 50.20%, निफ्टी स्मॉल-कैप 50 सूचकांक 64.26% और निफ्टी माइक्रो-कैप 250 सूचकांक 66.44% बढ़ा है। यह पैटर्न साफ दिखाता है कि कंपनियों का आकार या बाज़ार पूंजीकरण जितना छोटा होता गया, उनका रिटर्न उतना ही बढ़ता गया। रिस्क बढ़ा तो रिटर्न भी बढ़ा। लार्ज-कैप कंपनियां ज्यादा सुरक्षित हैं तो उनका रिटर्न सबसे कम और माइक्रो-कैप कंपनियां सबसे कम सुरक्षित हैं तो उनका रिटर्न सबसे ज्यादा। बाज़ार में रुख अगर तेजी के बजाय मंदी का होता तो लार्ज-कैप कंपनियों के शेयर सबसे कम गिरते और माइक्रो-कैप कंपनियों के शेयर सबसे ज्यादा। रिस्क और रिटर्न का यह रिश्ता हर निवेशक को कायदे से समझ लेना चाहिए। सरकारी बॉन्ड और बैंक एफडी में रिस्क न्यूनतम है तो उसका रिटर्न भी 7-8% रहता है। लेकिन शेयर बाज़ार रिस्की है तो निफ्टी-50 ने साल भर में 20% से ज्यादा रिटर्न दे दिया। आज नए साल का आगाज़ एक माइक्रो-कैप कंपनी से…
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