रिटेल ट्रेडर के लिए सतर्कता बेहद अहम

शेयर बाज़ार समेत समूचे वित्तीय बाज़ार में सक्रिय ट्रेडर के लिए सबसे अहम है उसकी सतर्कता। लम्बे निवेश में तो एक बार ठोंक-बजाकर कंपनी के शेयर खरीद लिए और फिर सालों के लिए सो गए तो कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन शेयर बाज़ार की ट्रेडिंग में तो सावधानी हटी, दुर्घटना घटी की स्थिति हमेशा बनी रहती है। ट्रेडर को बराबर देखते रहना पड़ता है कि दूसरे खिलाड़ी क्या कर रहे हैं। खासकर, म्यूचुअल फंडों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की क्या हरकत चल रही है? वे बाज़ार में धन लगा रहे हैं या वहां से निकाल रहे हैं? यह जानते रहना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि उनकी खरीद-फरोख्त से ही बाज़ार की दशा-दिशा तय होती है और इस दिशा के अनुरूप सौदे करके ही रिटेल ट्रेडर बाज़ार से कमाई कर सकता है, उनके विपरीत चलकर नहीं। अब बुधवार की बुद्धि…

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