दिया ब्रोकरेज, टैक्स सरकार को, अपने लिए?

प्रमुख ब्रोकरेज़ फर्म ज़िरोधा के संस्थापक नितिन कामथ ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि उनके ग्राहक सरकार को सिक्यूरिटीज़ ट्रांजैक्शन टैक्स (एसटीटी) और स्टैम्प ड्यूटी के रूप में कुल जितना टैक्स देते हैं, वह देश की 25वीं सबसे बड़ी कंपनी द्वारा दिए जा रहे कॉरपोरेट या इनकम टैक्स से भी ज्यादा है। यह भी खबर है कि इस साल जून तिमाही में सरकार को मिला एसटीटी साल भर पहले की तुलना में दोगुने से अधिक है। सवाल उठता है कि ब्रोकर को ब्रोकरेज और सरकार को टैक्स देने के बाद शेयर बाज़ार के ट्रेडर को खुद प्रतिमाह कम से कम कितना कमाना चाहिए? अब गुरुवार की दशा-दिशा…

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