कपड़ा मंत्रालय ने 2010-11 में देश का कपास उत्पादन अनुमान और घटाकर 3.05 करोड़ गांठ कर दिया है। मंत्रालय ने दिसंबर 2010 में हुई बेमौसम बारिश के मद्देनजर यह कदम उठाया है जिसके कारण मंडियों में आवक कम रही थी। इससे कपास के दाम में और लगने के आसार हैं।
सरकारी निकाय कपास परामर्शक बोर्ड (सीएबी) ने सत्र अक्तूबर-सितंबर 2010-011 की शुरआत में 3.29 करोड़ गांठ उत्पादन का अनुमान लगाया था। अप्रैल में इसे घटाकर 3.12 करोड़ गांठ कर दिया गया। एक गांठ 170 किलो की होती है।
कपड़ा सचिव रीता मेनन ने समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट से कहा कि बेमौमस बारिश के कारण आवक कम रही है। इसलिए हमें उत्पादन लगभग 3.05 करोड़ गांठ रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र व आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में दिसंबर 2010 में हुई बारिश के कारण किसान कम गुणवत्ता वाला कपास मडियों में लाए। कपड़ा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा सत्र में अब तक 2.87 करोड़ गांठ मंडियों में आई है।