भारत में रोज़गार प्राप्त लोगों में से ज्यादातर बहुत कम पढ़े-लिखे हैं। सितंबर-दिसंबर 2022 की तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक रोज़गार में लगी हमारी श्रमशक्ति में से 40% दसवीं से बारहवीं तक पढ़े हैं। वहीं, 48% श्रमिक तो दसवीं तक भी नहीं पढ़े हैं। इनमें से 28% छठी से आठवीं तक पढ़े हैं, जबकि 20% केवल पांचवीं पास हैं जिन्हें अशिक्षित ही माना जा सकता है क्योंकि पहली से पांचवीं तक बच्चों को यूं ही आगे खिसका दिया जाता है। हमारी श्रमशक्ति में से मात्र 12% ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट हैं। तुलना के लिए बता दें कि अमेरिका में 25 साल या इससे ऊपर के रोज़गार में लगे लोगों में लगभग 73% ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट हैं। दिक्कत यह है कि अपने यहां अधिकांश रोज़गार अनौपचारिक या असंगठित क्षेत्र में है। यह कोई नई समस्या नहीं। पर हम अभी तक इस पुरानी समस्या को सुलझा नहीं पाए हैं। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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