यह बेहद खतरनाक ट्रेंड है कि देश में रोजगार-प्राप्त लोगों में नौजवानों का हिस्सा घट रहा है और 60 साल के करीब पहुंच रहे लोगों का हिस्सा बढ़ रहा है। सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक देश में वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान 15 से 29 साल तक की 35.49 करोड़ की आबादी में से 10.34 करोड़ या करीब 29% को रोज़गार मिला हुआ था। 2022-23 में ऐसे युवाओं की आबादी 38.13 करोड़ हो गई, जिसमें से 7.10 करोड़ या करीब 19% को ही रोज़गार मिल पाया। पहले इस आयुवर्ग के 71% लोग बेकाम थे। सात साल बाद इनमें से 81% युवा बेकाम हो गए। 2016-17 में 25 से 29 साल के युवाओं की 10.05 करोड़ की आबादी में से 5.03 करोड़ यानी करीब 50% को रोजगार मिला था। 2022-23 में इन युवाओं की संख्या घटकर 7.59 करोड़ हो गई, जिनमें से 4.08 करोड़ या करीब 54% के पास रोज़गार था। इस आयुवर्ग में रोजगार मिले लोगों का प्रतिशत बढ़ा, लेकिन संख्या घट गई। दूसरी तरफ 55 से 59 साल के आयुवर्ग की बात करें तो 2016-17 में इनमें से 50% लोग रोज़गार में लगे हुए थे और 2022-23 में इनमें से 54% लोगों के पास रोज़गार था। अब गुरुवार की दशा-दिशा…
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