वॉलमार्ट के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रिटेलर केयरफोर भी भारत पहुंचा

पिछले साल मई महीने में दुनिया के सबसे बड़े रिटेलर वॉलमार्ट ने भारत में अपना पहला होलसेल कैश एंड कैरी स्टोर खोला था। अब साल भर बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रिटेलर केयरफोर भी यहां पहुंच गया है। अंतर इतना है कि वॉलमार्ट ने अपना व्यवसाय भारती मित्तल समूह के साथ मिलकर शुरू किया है तो केयरफोर अभी अकेले अपने दम पर अपने पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडयरी के तहत यह कारोबार शुरू कर रहा है। मूलतः फ्रांस के इस समूह की मौजूदगी अब भारत को जोड़ देने के बाद दुनिया के 35 देशों में हो गई है। जर्मनी का मेट्रो समूह भी भारत के कैश एंड कैरी व्यवसाय में कदम रख चुका है। उसके स्टोर मुंबई से लेकर कोलकाता तक में हैं।

केयरफोर के प्रतिनिधि पिछले कई महीनों से दिल्ली के सीलमपुर इलाके के मुआयने में लगे थे और उनका पहला कैश एंड कैरी स्टोर इसी इलाके में अगले दो-तीन महीने में खोल दिया जाएगा। बता दें कि कैश एंड कैरी पूरी तरह थोक व्यवसाय है जो आम ग्राहकों को नहीं, बल्कि दुकानदारों को अपना सामान बेचता है। सरकार ने कैश एंड कैरी व्यवसाय में 100 फीसदी एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) की इजाजत दे रखी है। सिंगल ब्रांड में 51 फीसदी एफडीआई हो सकता है, जबकि मल्टी ब्रांड रिटेल में एफडीआई की पूरी तरह मनाही है। हालांकि लॉबिंग चल रही है और हाल ही में वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने संकेत दिया है कि कुठ कठोर शर्तों के साथ मल्टी ब्रांड रिटेलिंग में भी एफडीआई की इजाजत दी जा सकती है। जैसे उन पर गोदामों, कोल्डस्टोर चेन वगैरह बनाने की शर्त लगाई जा सकती है।

राजधानी दिल्ली में मंगलवार को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में केयरफोर इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्यां नोएल बिरोनू में बताता कि सीलमपुर का स्टोर 55,000 वर्गफुट का होगा। भारत में कंपनी की योजना बड़ी है, लेकिन वह देश में कितने कैश एंड कैरी स्टोर खोलेगी, इसकी जानकारी बिरोनू ने नहीं दी। जब उनसे फ्यूचर ग्रुप के साथ गठजोड़ की संभावना पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कोई साफ-साफ उत्तर न देते हुए कहा कि हमारे दरवाजे पार्टनरशिप के लिए खुले हैं और अगले कुछ महीनों में जब हम अपने पार्टनर का फैसला कर लेंगे तो इसकी घोषणा समूह के मुख्यालय की तरफ से की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भारत में अब भी कुल रिटेल व्यवसाय में संगठित रिटेल का हिस्सा केवल 5 फीसदी है। इसी से पता चलता है कि यहां इस व्यवसाय के बढ़ने के कितनी भारी संभावनाएं हैं। इसीलिए केयरफोर समूह अपने भावी विस्तार में भारत को विशेष अहमियत देता है। यहां दीर्घकालिक तौर पर मुनाफा कमाने की काफी संभावना है। बिरोनू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब भी भारत के मल्टी ब्रांड रिटेल व्यवसाय को विदेशी निवेश के लिए खोला जाएगा, केयरफोर यकीनन उसमें प्रवेश करेगा। लेकिन अभी इस बारे में कुछ कहना काफी जल्दबाजी होगा।

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