ब्रेस्कॉन पर नजर रखें, बस्स…

ब्रेस्कॉन कॉरपोरेट एडवाइजर्स की एक बड़ी शेयरधारक फर्म पिंकी एक्जिबिटर्स प्रा. लिमिटेड ने गुरुवार को अपने 4,99,793 शेयरों में से 1,30,642 शेयर 102 रुपए के भाव पर बेच डाले। इन्हें तीन लोगों के नाम से खरीदा गया है। ये लोग हैं – रवींद्र कुमार तोशनीवाल (45,000 शेयर), रामेश्वर लाल तोशनीवाल (45,000 शेयर) और शालीन तोशनीवाल (40,642 शेयर)। केवल बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड इस कंपनी के कुल 1,34,951 शेयरों के सौदे हुए जिसमें से डिलीवरी के लिए हुए सौदे 1,32,489 शेयरों के थे। इसमें से तोशनीवाल परिजनों की तरफ से किए गए 1,30,642 शेयरों की डील को निकाल दें तो डिलीवरी के बाकी सौदे हुए हैं केवल 1847 शेयरों के। खरीद-बिक्री का जो भी खेल इस शेयर में चला, उसके चलते इसके शेयर ऊपर में 109.30 रुपए और नीचे में 98.05 रुपए तक गए। शेयर का बंद भाव 100.85 रुपए रहा है।

बीएसई पर सार्वजनिक रूप से दी गई जानकारी के मुताबिक उसमें पिछले दो हफ्तों के दौरान औसत ट्रेडिंग 51,000 शेयरों की होती रही है। कल अचानक ढाई गुना ट्रेडिंग से कोई भी चौंक सकता है। लेकिन जरा-सा गौर करने पर पता चलता है कि यह तो दो-चार लोगों के सौदों से आया उछाल है। वैसे, यह शेयर पिछले महीने 13 अप्रैल को 166.50 रुपए तक चला गया था, जो इसके 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर है। लेकिन सोचिए, सवा महीने में ही इसका शेयर करीब 66 रुपए या 39 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। असल में पिछले साल अगस्त से ही इस कंपनी के थोक शेयरधारक अपने शेयर निकालते रहे हैं।

कंपनी कहती है कि वह आधा खाली गिलास देखने के बजाय आधा भरा गिलास देखने के आशावादी नजरिए में यकीन रखती है। यह 1993 से लिस्टेड कंपनी है। इसके चेयरमैन एन डी प्रभु हैं जो केनरा बैंक के पूर्व सीएमडी हैं। मुख्य प्रवर्तक निर्मल गंगवाल इसके प्रबंध निदेशक हैं। निदेशक बोर्ड के तीन अन्य सदस्य हैं – प्रेमचंद गोढ़ा (प्रबंध निदेशक, इप्का लैब्स), डॉ. बी वसंतन (पूर्व सीएमडी, आंध्रा बैंक) और सी एल जैन (पूर्व निदेशक-वित्त, हेक्स्ट इंडिया)। कंपनी तरह-तरह की फाइनेंस और सलाहकार सेवाएं देती है। उसके ग्राहकों की सूची में ए से जेड तक बीसियों कंपनियों के नाम गिनाए गए हैं।

चौथी तिमाही के साथ वित्त वर्ष 2009-10 के नतीजे कंपनी इसी शनिवार 29 मई को घोषित करनेवाली है। इससे पहले वित्त वर्ष 2008-09 में उसने 21.19 करोड़ रुपए की आय पर 5.49 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। दिसंबर 2009 की तिमाही में उसकी आय 4.95 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 1.91 करोड़ रुपए रहा है। खास बात यह है कि उसके शेयर की बुक वैल्यू 108.42 रुपए है, जबकि बाजार में इसका भाव 100 रुपए के आसपास है। लेकिन इसका मतलब इसे खरीदने की सलाह नहीं है। बस, इतना दिखाना है कि बाजार में कैसे-कैसे शेयर हैं और उनमें कैसी-कैसी डील होती है। इन्हें देखते रहने की जरूरत है ताकि किसी दिन हम भी कह सकें कि हम बाजार की रग-रग से वाकिफ हैं।

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