शेयर बाज़ार की ट्रेडिंग में सफलता के लिए दो चीजें बहुत ज़रूरी हैं। एक, घाटा कम से कम हो और दो, हम घाटे के सदमे से जल्दी से जल्दी बाहर निकल आएं। घाटा कम से कम रखने का एक तरीका यह है कि नए ट्रेडरों को स्टॉप-लॉस 2% से ज्यादा नहीं रखना चाहिए। मान लें कि कोई ट्रेडर महीने में दस में से चार सौदों में जीते और छह में हारे। चार में कम से कम 4-4% कमाया तो फायदा 16% और छह में ज्यादा से ज्यादा 2-2% गंवाया तो कुल 12% चले गए। फिर भी महीने में 4% का फायदा जो साल भर में 48% बनता है। दूसरी बात याद रखें कि ट्रेडर मूलतः दिमाग का योद्धा होता है। दिमाग जितना ठंडा, उतना कुशल दांव। अभ्यास करना चाहिए कि वह घाटे के सदमे से फटाफट, जल्दी से जल्दी बाहर निकल आए। अब करते हैं शुक्रवार का अभ्यास…
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'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
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