बाजी अभी इनकी, कभी उनकी होगी

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के कमजोर आंकड़ों और अर्थव्यवस्था की धीमी पड़ती विकास दर को आधार बनाकर पंटरों ने जबरदस्त बिकवाली कर डाली। नतीजतन, निफ्टी एक बार फिर 5480 का समर्थन स्तर तोड़कर नीचे चला गया। हालांकि 5457 तक जाने के बाद फिर वह उठने लगा और बाजार बंद होने तक 5480 के ऊपर आ गया। वैसे, अगले हफ्ते 16 जून को मध्य-तिमाही समीक्षा में रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों को बढ़ाने का अंदेशा भी पंटरों को मथ रहा है क्योंकि कोरिया ने ब्याज दरें चौथाई फीसदी बढ़ी दी हैं। हालांकि बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरों को जस का तस न्यूनतम स्तर पर रहने दिया है।

औद्योगिक उत्पादक सूचकांक (आईआईपी) अप्रैल महीने में 6.3 फीसदी रहा है जो मार्च के 7.3 फीसदी से कम और कमजोर है। लेकिन बाजार तो 5.1 फीसदी की ही उम्मीद लगा रहा था। इसलिए इन आंकड़ों में सकारात्मक रूप से चौंकानेवाला तत्व निहित है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि बाजार इन स्तरों पर सारी बिकवाली को सोख रहा है और किसी न किसी रूप में खुद को जमाए हुए है। चूंकि इस वक्त बड़ी पोजिशन नहीं हैं, इसलिए बाजार ज्यादा गिर भी जाए तो किसी को भारी नुकसान नहीं होगा। दूसरी तरफ तमाम ऐसी छोटी-छोटी बातें हैं जो बाजार को ऐसी ऊंचाई तक ले जा सकती हैं कि शॉर्ट सेल करनेवालों को कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी।

दरअसल, हमें एक ऐसे स्मार्ट ट्रेडिंग टूल की जरूरत है जो टेक्निकल कॉल्स को पीछे छोड़ सके। कल हमने सेंचरी टेक्सटाइल्स खरीदने को कहा और आज इसमें 4 से 5 फीसदी बढ़ गया। अब इसको लेकर हर तरफ से टेक्निकल कॉल्स आने लगी हैं।

केन्नामेटल शुक्रवार को ऊपर 787 रुपए तक चला गया और बंद हुआ 743 रुपए पर। हमने इसमें खरीद की सलाह 615 रुपए पर दी थी। हालांकि यह एक महीने तक दम साधे पड़ा रहा। अब सैंडुर मैगनीज और रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर (आरआईआईएल) ऐसे दो स्टॉक्स हैं, जिनके बारे में मुझे यकीन है कि वे आनेवाले हफ्तों में 30 से 40 फीसदी बढ़ जाएंगे और ऐसा खबरों के दम पर होगा। इसलिए इन दोनों पर निगाह रखिए।

जब भी कभी लगे कि आप ऐसी समस्या से घिर गए हैं जिसका कोई समाधान नहीं है तो समझ लीजिए कि महान अवसर आपकी दहलीज तक आ पहुंचा है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का फीस-वाला कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *