बाजार ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यहां कुंडली मारकर बैठे उस्तादों के आगे निवेशकों व ट्रेडरों की कोई बिसात नहीं है। निफ्टी में फ्यूचर्स का वोल्यूम 3.39 करोड़ का रहा है, जबकि सामान्य वोल्यूम 1.8 करोड़ से ज्यादा का हो ही नहीं सकता। फ्यूचर्स में सामान्य का दोगुना कारोबार!
पहले बाजार ने खुद को 4800 के ऊपर टिकाया। 4820 पर सभी मंदडियों के स्टॉप लॉस चालू हो गए। वे मजबूरन लांग होने लगे। जो मंदडिए अपने शॉर्ट सौदे नहीं काट सके, उनके पास लांग सौदे करने के अलावा कोई चारा नहीं था। इसके बाद असली ड्रामा शुरू हुआ। इसका मुझे अंदाजा था। लेकिन इतनी तगड़ी मार और शातिर अंदाज का मुझे कोई अंदेशा नहीं था।
मुझे लगा कि यह सिलसिला 4710 पर रुक जाएगा। लेकिन बाजार को नचानेवालों की मंशा और योजना कुछ और ही थी। दोपहर ढाई बजे उनके तय समय से पहले ही समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) की खबर आ गई कि तीन साल पहले 10 एफआईआई ने आतंकवादियों से जुड़े धन का इस्तेमाल किया था। यह सूचना एफआईयू (फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट) की तरफ से संसद को दी गई थी। यह खबर बाजार में हड़कंप मचा देने के लिए काफी थी। आखिर एफआईआई के पास अगर तीन साल पहले आतंकवाद से जुड़ा धन था तो इससे आज क्या फर्क पड़ता है? इसका पता तब क्यों नहीं लगाया गया और उसी वक्त उससे क्यों नहीं निपटा गया?
पहले बाजार के संचालकों ने निफ्टी को 4710 तक तोड़ा। जिन लोगों ने 4700 तक बिकवाली रोकने की कोशिश की, उन्होंने भी इसके बाद अपने सौदे पलट दिए और फिर से शॉर्ट सेलिंग शुरू कर दी। मंदडियों को मानो मन मांगी मुराद मिल गई। आखिरी घंटे में निफ्टी में 1.4 करोड़ से ज्यादा शेयरों के सौदे हुए जो अपने आप में सारा खेल बयां कर देता है। बिकवाल बेचते रहे और लिवाल खरीदते रहे। निफ्टी 3 नवंबर 2009 के बाद पहली बार 4700 के नीचे गया। वो आज दो फीसदी गिरकर 4651.60 पर बंद हुआ।
एक बार हम फिर बहुत ज्यादा वोलैटिलिटी से रूबरू हैं। फिजिकल सेटलमेंट अपना प्रताप दिखा रहा है। यह दावा पूरी तरह बकवास साबित हो गया है कि हम दुनिया के सबसे विकसित पूंजी बाजार हैं। खैर, हमारे-आपके पास इस हालत को झेलते रहने के अलावा कोई चारा नहीं है।
टेक्निकल एनालिसिस के लिहाज से निफ्टी के गिरकर 4200 तक जाने की बाधा टूट गई है। उसने न केवल 4710 का स्तर तोड़ दिया है, बल्कि पिछला न्यूनतम स्तर भी तोड़ डाला है। इसने पहले से आर्थिक धीमेपन, डाउनग्रेड और हर दिन होते नुकसान की मार झेल रहे ट्रेडरों और निवेशकों का डर और बढ़ा दिया है। इसलिए निफ्टी में जुएबाजी के जरिए भले ही वोल्यूम चढ़ा दिया जाए, बाकी बाजार का कारोबार बढ़ने की कोई उम्मीद नहीं है।
खैर, आप लोगों से मेरा आग्रह है कि वे धैर्य रखें और मंदडियों को निफ्टी को 4200 तक गिरा ले जाने दें। फिर, उसके बाद क्या होगा? वे तब निफ्टी को 2700 तक पीटने की बात करेंगे। उन्हें यह दावा भी कर लेने दीजिए। हम आपको 5300 और 6000 तक ले जाने के लिए बैठे हैं। हमारी ट्रेडिंग रणनीति आपको जमकर धन कमाने का मौका उपलब्ध कराएगी। आपने देखा ही है कि कल हम लांग थे और मुनाफावसूली की। फिर आज सुबह ही शॉर्ट हो गए। अभी हम निचले स्तरों पर लांग हैं और अपनी खरीद बढ़ाते जाएंगे।
दरअसल, मंदडिए हमारे लिए अच्छा काम कर रहे हैं। वे हमारे लिए जगह बना रहे हैं और हमें निचले स्तरों पर खरीद का मौका उपलब्ध करा रहे हैं। हम उन्हें यकीनन हराएंगे। मैं लांग बना रहूंगा हालांकि अर्थनीति और राजनीति के सारे मूलभूत पहलू विपरीत दिशा का संकेत दे रहे हैं।
काम के तीन नियम हैं। जटिलता से निकलकर सरलता तलाशें। असहमति को दूर कर समरसता पैदा करें। और, याद करें कि हर मुश्किल आपको खुद को साबित करने का मौका लेकर आती है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)
sir
main badi asha ke sath likh raha hu
aap mujhe sslah de
sir maine 8455 se bank nifty 10 lot yani ki 250 share kharide hai
aaj bank nifty 8100 par band hua
yani mujhe 90000 ka loss ho raha hai.
Sir aap mujhe rai de ki mai kya karu mai 90000 ka loss majburi me sah sakta hu
lekin ab jyada loss hone par main pagal ho jauga kripya aap mujhe raah dikhaye
main karj me duba hu par trading nahi chod pa raha hu
koi upai bataye ki mai trading chod du
nahi to main barbad ho jauga
kripya aap mujhe persnoly ray de
nahi to main barbad hokar mar jauga
sir aabhi tak mere 2000000 stock market me dub chuke hai
sir ab aap hi ek aasha ho
thank you