टीम अण्णा ने वह बात कह डाली जो अभी तक विपक्ष भी इतना खुलकर कहने में हिचकता रहा है। फिर. विपक्ष की विश्वनीयता इतनी कम है कि उसके कहे को राजनीतिक बयानबाजी मानकर कोई तवज्जो नहीं देता। लेकिन टीम अण्णा की बात को देश काफी गंभीरता से ले रहा है और कांग्रेस के तमाम नेताओं से लेकर लालू यादव जैसे विदूषक नेताओं के हमलों के बावजूद आम आदमी को अण्णा हज़ारे और उनके साथ चल रहे सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर भरोसा है।
टीम अण्णा की प्रमुख सदस्य और पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने सोमवार को कहा, “भारत की किस्मत में गरीब देश होना नहीं था। भारत को तो विकसित देश होना चाहिए था। लेकिन भ्रष्टाचार ने इसे गरीब बनाए रखा है। किसने किया यह भ्रष्टाचार? उस पार्टी ने जो सत्ता में रही। आजादी के बाद के अधिकांश सालों में कांग्रेस पार्टी सत्ता में रही है और कांग्रेस पार्टी में हावी रहा गांधी परिवार।” बता दें कि आजादी के बाद तीन प्रधानमंत्री सीधे-सीधे नेहरू-गांधी परिवार के रहे हैं, जबकि अब राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की तैयारियां परवान चढ़ाई जा रही हैं। वर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की स्थिति तो ज्ञानी जैल सिंह से खराब है जो राष्ट्रपति होने के बावजूद गांधी परिवार का हुक्म बजाने में गर्व महसूस करते थे। राहुल के लिए मनमोहन कभी भी कुर्सी खाली कर सकते हैं।
टीम अण्णा के अन्य प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी में एक या दो लोग हैं जो सरकार चला रहे हैं और उन्हीं के इशारे पर संसद चल रही है। उनका कहना था कि सैकड़ों हज़ारों लोग सड़कों पर उतर कर अगर सरकार को अपनी आवाज नहीं सुनवा सकते तो हमारे यहां लोकतंत्र को जिस तरह चलाया जा रहा है, उसके साथ जरूर कोई गंभीर समस्या है।
बता दें कि अण्णा हज़ारे वायरल बुखार से पूरी तरह ठीक न होने के बावजूद मंगलवार से मुंबई के बांद्रा कुरला कॉम्प्लेक्स में तीन दिन का अनशन शुरू करने जा रहे हैं। अण्णा मंगलवार 11 बजे से अनशन पर बैठेंगे। इससे पहले सुबह 9.30 बजे वे जूहू बीच स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाएंगे।
सोमवार को मुंबई के लिए रवाना होने से पहले अण्णा ने अपने गांव रालेगण सिद्धि में संवाददाताओं से कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है और ऐसे में 30 तारीख से सोनिया के घर के बाहर भी आंदोलन होगा। उनका कहना था कि सरकार सख्त लोकपाल लाने के लिए तैयार नहीं दिख रही है। इसलिए आंदोलन पूरे जोश के साथ किया जाएगा।
चलिए … किसी ने तोह हिम्मत दिखाई .. देश की दुर्दशा के लिए अगर कोई सबसे ज्यादा जिम्मदार हैं तो वोह नेहरु परिवार और अब उश्के वंशज हैं | 60 साल से जायादा समय तक राज करने के बावजूद देश तरकी नहीं कर पाया और तोह और आज दशा यह है की हमारी अर्थव्यवस्था वेदेशी लोगो और बहुरास्ट्रीय कंपनी के हाथो मैं है.|
एक उम्मीद देश की आर्मी से थी वोह भी ख़तम हो गयी क्योकि उसमे भी इस परिवार और उसके चमचो ने अपनी जगह बना ली |
|| किरण बेदी जी ने जो कहा वोह एक अटल सच है ||