इस समय भारतीय शेयर बाजार में कुल 1702 एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) और उनसे जुड़े 5382 सब-एकाउंट काम कर रहे हैं। एफआईआई तो अमेरिका से लेकर ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे तमाम देशों के हैं। लेकिन ज्यादातर सब-एकाउंट मॉरीशस के हैं। म़ॉरीशस का पता रखने से फायदा यह होता है कि उन्हें भारतीय शेयर बाजार से की गई कमाई पर किसी भी सूरत में कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। दूसरी तरफ भारतीय निवेशक को एक साल के भीतर शेयर बेचने पर 15 फीसदी शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स देना पड़ता है। उन पर साल भर के बाद स्टॉक एक्सचेंज में शेयर बेचने पर कोई कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगता, लेकिन एक्सचेंज के बाहर बेचने पर लगता है।
2010-06-07