इस समय देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक ओ पी भट्ट का सालाना पैकेज 26.5 लाख रुपए का है। भट्ट का यह पैकेज सरकारी बैंक के प्रमुख होने के नाते है। दूसरी तरफ निजी क्षेत्र के दो बड़े बैंकों में से आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक चंदा कोचर का सालाना पैकेज 2.08 करोड़ रुपए और एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी का सालाना पैकेज 3.40 करोड़ रुपए का है। मजे कीऔरऔर भी

एचडीएफसी बैंक ने बेस रेट के मामले में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) को भी होड़ देने की ठान ली है। उसने अपना बेस रेट 7.25 फीसदी तय किया है, जबकि एसबीआई ने मंगलवार को घोषित किया था कि इस तिमाही के लिए वह अपना बेस रेट 7.50 फीसदी रखेगा। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने भी अपना बेस रेट एसबीआई के बराबर 7.50 फीसदी रखा है। बेस रेट वहऔरऔर भी

पहली जुलाई से बैंकों में लागू होनेवाले बेस रेट के एलान का सिलसिला मंगलवार से शुरू हो गया। देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने घोषित किया है कि उसका बेस रेट 7.5 फीसदी सालाना होगा। इसका मतलब यह हुआ कि कृषि ऋणों के अलावा एसबीआई कोई भी ऋण 7.5 फीसदी के कम ब्याज पर नहीं देगा। एसबीआई के फैसले के बाद दूसरे सभी बैंक आज और कल में अपने बेस की घोषणा करऔरऔर भी

देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) चालू वित्त वर्ष 2010-11 की दूसरी छमाही में 20,000 करोड़ रुपए का राइट्स इश्यू लाएगा। बैंक के चेयरमैन व प्रबंध निदेश ओ पी भट्ट ने बुधवार को दिल्ली में संवाददाताओं को यह जानकारी दी। राइट्स इश्यू में कंपनी के शेयरधारकों को ही शेयर बेचे जाते हैं। इसलिए एसबीआई के राइट्स इश्यू का भी तकरीबन 60 फीसदी केंद्र सरकार को खरीदना होगा क्योंकि बैंक की इक्विटी में उसकी हिस्सेदारीऔरऔर भी

आंध्र प्रदेश के मशहूर तिरुपति मंदिर ने पहली बार अपना 1075 किलोग्राम सोना भारतीय स्टेट बैंक के पास जमा कराया है। अगर सोने का मूल्य प्रति दस ग्राम 18,000 रुपए ही मानें तो इस सोने की कीमत आज की तारीख में 953.50 करोड़ रुपए है। मंदिर को चलानेवाले ट्रस्ट, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम का कहना है कि बैंक के पास रखने से एक तो उनका सोना सुरक्षित हो गया है, दूसरे बेकार पड़े रहने के बजाय इस परऔरऔर भी

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) ने सस्ते या टीजर होम लोन की स्कीम 30 अप्रैल 2010 तक बढा दी है। पहले यह स्कीम 31 मार्च 2010 को खत्म होनी थी। इस स्कीम के तहत होम लोन लेनेवाले को पहले साल केवल 8 फीसदी सालाना की दर से ब्याज देना होता है। अभी तक दूसरे व तीसरे साल ब्याज की दर 8.5 फीसदी रखी गई है। लेकिन 1 अप्रैल या उसके बाद होम लोनऔरऔर भी