सेबी के कार्यकारी निदेशक जे एन गुप्ता ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए गए एक इंटरव्यू में भारतीय पूंजी बाजार नियामक संस्था को अमेरिका जैसे विकसित पूंजी बाजार की नियामक संस्था से बेहतर बताया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या सेबी का भारतीय बाजार पर अमेरिका के एसईसी (सिक्यूरिटीज एक्सचेंज कमीशन) की तुलना में ज्यादा नियंत्रण है तो उनका कहना था – यकीकन। श्री गुप्ता का कहना था कि सेबी ने तमाम ऐसे उपाय करऔरऔर भी

ईक्लर्क्स सर्विसेज (बीएसई कोड – 532927, एनएसई कोड – ECLERX) की बुक वैल्यू अभी 82.83 रुपए है। वित्त वर्ष 2009-10 में ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 38.23 रुपए रहा है। उसका ठीक पिछले बारह महीनों (टीटीएम) का ईपीएस 31.10 रुपए है। शेयर कल बीएसई में 600.05 रुपए पर बंद हुआ है। इस तरह वह 19.29 (600.25/31.10) के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। जाहिर है, यह शेयर कहीं से भी सस्ता नजर नहीं आ रहा। लेकिन एचडीएफसीऔरऔर भी

टेक्निकल विश्लेषण कहता है कि रामा फॉस्फेट्स (बीएसई कोड – 524037) में मध्यम अवधि में बुलिश ट्रेंड है, अपसाइड ब्रेकआउट है और यह शेयर 47.40 रुपए के कल के बंद भाव से बढ़कर 55-56.75 रुपए तक जाएगा। ये तो टेक्निकल वाले ही जानें कि दशमलव के दो अंकों तक की इतनी सटीक भविष्यवाणी वे कैसे कर पाते हैं, हम तो यह देख रहे हैं कि इस स्टॉक में कल सुबह-सुबह बीएसई में 1,43,003 शेयरों की खरीद काऔरऔर भी

देश भर में छोटे ऑपरेटरों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। वे कुकुरमुत्तों की तरह उग रहे हैं। मुंबई में ही कम से कम 100 नए ऑपरेटर आ गए हैं। इसी के साथ वोल्यूम का धंधा चल निकला है। वैल्यूमार्ट जैसे मामूली शेयर जो कभी एक रुपए पर चल रहे थे, अब 11.50 रुपए के ऊपरी सर्किट तक चले गए हैं। फिर भी 25 लाख शेयरों तक के खरीदार सामने आ जाते हैं। कहानियां गढ़ीऔरऔर भी

राठी बार्स को हमने कल खरीदने की सलाह दी थी और आज वह कल के बंद भाव 16.15 रुपए से 9.97 फीसदी बढ़कर 17.76 रुपए पर पहुंचा तो उस पर 10 फीसदी का ऊपरी सर्किट ब्रेकर लग गया। केवल आज ही इसमें 15.25 लाख शेयरों के सौदे हुए हैं। इससे पहले 13 अप्रैल को उसमें 12.07 लाख शेयरों के सौदे हुए थे। असल चर्चा यह है कि उत्तर भारत की एक बड़ी स्टील कंपनी इसमें प्रवर्तकों कीऔरऔर भी

शेयर बाजार में सर्किट का खेला हर दिन चलता है। जैसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में 7 अप्रैल को 356 शेयरों पर सर्किट ब्रेकर लगा था, जिसमें से 274 पर अपर सर्किट और 82 पर लोअर सर्किट लगा हुआ था। सोमवार को शिवालिक बाईमेटल पर अपर सर्किट लगा तो बुधवार को कावेरी टेलिकॉम पर। शेयर कहीं ज्यादा उछल-कूद न मचाएं, इसके लिए हमारी पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी ने सर्किट लगाने का नियम बना रखा है। यहऔरऔर भी

कावेरी टेलिकॉम प्रोडक्ट्स में इस समय आग-सी लगी हुई है। बुधवार को सुबह नौ बजे के आसपास इसमें खरीद की सलाह आई और सीधे खुला ही पिछले बंद भाव 90.60 रुपए से 2.40 रुपए बढ़कर 93 रुपए पर। फिर पौने दस नहीं बजे थे कि यह 4.50 रुपये की बढ़त के साथ 52 हफ्तों के शिखर 95.10 रुपए पर जा पहुंचा। चूंकि यह बढ़त पिछले बंद भाव से 4.97 फीसदी अधिक है तो 5 फीसदी सर्किट ब्रेकरऔरऔर भी