यूरोप के निवेशक जल्द ही भारतीय शेयरों पर भी दांव लगा सकेंगे। देश का सबसे पुराना शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) जर्मनी में फ्रैंकफर्ट स्थित डॉयचे बोर्स से बातचीत कर रहा है ताकि वहां बीएसई सेंसेक्स आधारित डेरिवेटिव सौदों की ट्रेडिंग शुरू की जा सके। जर्मन भाषा में बोर्स का मतलब बाजार या एक्सचेंज होता है।
बीएसई के एक एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक डॉयचे बोर्स में में सेंसेक्स फ्यूचर्स और सेंसेक्स ऑप्शंस में कारोबार शुरू होगा। इस संबंध में बातचीत चल रही है और चालू साल 2010 के अंत तक कारोबार शुरू होने की उम्मीद है। यह पहली बार होगा जब बीएसई सेंसेक्स देश से बाहर कारोबार करेगा। डॉयचे बोर्स बाजार पूजीकरण के मामले में यूरोप के सबसे बड़े एक्सचेंज. फ्रैंकफर्ट स्टॉक एक्सचेंज का संचालन करता है।
बीएसई की इस पहल से पहले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज के साथ इसी तरह का समझौता किया है। इस समझौते के तहत शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज में इसी जुलाई माह से निफ्टी फ्यूचर्स व ऑप्शंस की ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी।