इनफोसिस के पहली तिमाही के नतीजे उत्साह बढ़ानेवाले नहीं थे। लेकिन इसने बाजार का मूड नहीं बिगाड़ा। वैश्विक फंड भारत के बारे में ज्यादा से ज्यादा तेजी की धारणा अपनाते जा रहे हैं। आज ही इनमें से कुछ ने समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग को दिए गए इंटरव्यू में अपनी यह सोच जाहिर की है। हम भी बराबर इसी सोच पर कायम है।
कितने अफसोस की बात है कि निफ्टी जब 4800 पर था तब आप मंदड़ियों की सुन रहे थे और इसके 4000 तक जाने का इंतजार कर रहे थे और अब जबकि यह 5400 पर पहुंच गया है तब आप महंगे हो गए बाजार का ताप झेल रहे हैं। जनाब, ऐसे कैसे आप बाजार से पैसे बना पाएंगे?
आज एक बिजनेस चैनल से एलएमल की स्टोरी दिखाई और यह 14 रुपए पर ऊपरी सर्किट तक जा पहुंचा। हमने इसे 9.7 रुपए पर खरीदने की सलाह दी थी और तब से यह 50 फीसदी तक बढ़ चुका है। ऐसा ही वर्धमान एक्रिलिक और वैलिएंट कम्युनिकेशंस में होनेवाला है। यह आप पर है कि कितना दांव लगाकर कितना पाना चाहते हैं। इतना तय है कि बगैर जोखिम उठाए कुछ मिलता नहीं। क्या आप इंतजार करेंगे कि कोई चैनल इनकी कहानी दिखाए और तब 20 फीसदी का ऊपरी सर्किट लगने के बाद आप इन्हें खरीदने के लिए भागमभाग करें? आखिरकार फैसला तो आपको ही करना है।
कॉरपोरेट क्षेत्र के तिमाही नतीजे निश्चित रूप से उम्मीद से बेहतर रहेंगे। निफ्टी आनेवाले महीनों में 5500 ही नहीं, 5700 तक जाएगा। आपको कोई शेयर भरोसे के साथ खरीदना चाहिए। अब सारी दुनिया आईएफसीआई को खरीदने में जुटी है, जबकि महीनों पहले हमने इसमें शुरुआती सलाह दी थी। इस समय हमने अपना ध्यान इंडिया सीमेंट, रिलायंस कैपिटल, मारुति व एस्सार ऑयल पर लगा रखा है और एक दिन सभी देखेंगे कि ये शेयर क्या रिटर्न देकर जाते हैं। कहीं से ट्रिगर मिलेगा और फिर बिजनेस चैनल उसे पकड़कर शोर मचाना शुरू कर देंगे क्योंकि वे तो दिन-रात सक्रिय रहते हैं।
सीएनआई रिसर्च के पास एलएमएल जैसे बहुत सारे शेयर खोजने की पारखी नजर है। ऐसे शेयर तब छलांग लगा जाते हैं, जब उनकी जुड़ी बात सबके सामने आती है। हमारी नीति है कि हम स्मॉल और मिड कैप शेयरों की तब पहचान करते हैं जब कोई उनकी तरफ देख भी नहीं रहा होता। इसलिए उनके बारे में सबको पता लगने में हमेशा ज्यादा समय लगता है। लेकिन हम ताल ठोंककर कह सकते हैं कि इनमें से ज्यादातर शेयरों में निवेशक को घाटा नहीं उठाना पड़ा है।
किसी व्यक्ति को तब तक सही मायनों में बुद्धिमान नहीं माना जा सकता जब तक वह शिष्ट और दयालु न हो।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)