प्रधानमंत्री पीएसी के सामने आने को राजी, राजा को सीबीआई नोटिस

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि वे 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के सिलसिले में संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के सामने पेश होने को तैयार हैं। उन्होंने कांग्रेस के 83वें महाधिवेशन के दूसरे व आखिरी दिन अपने संबोधन में कहा कि अगर लोक लेखा समिति उन्हें 2जी स्पेक्ट्रम के बारे में पूछताछ के लिए बुलाती है तो उन्हें उसके सामने पेश होने में खुशी होगी क्योंकि उनके पास छिपाने को कुछ भी नहीं है।

अपने शांत व बचाव के अंदाज के विपरीत प्रधानमंत्री का अंदाज आक्रामक था। उन्होंने इस घोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के कराने की मांग पर डटे विपक्ष को दुराग्रही करार दिया और कहा कि इससे कुछ नहीं मिलनेवाला है। बता दें कि कांग्रेस ने हाल ही में जेपीसी की मांग को ठुकराने का आधार यह बनाया है कि इससे प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को ठेस लग सकती थी क्योंकि विपक्ष अपनी खुन्नस निकालने के लिए मनमोहन सिंह को पूछताछ के लिए बुला सकता था।

पीएसी के पास प्रधानमंत्री को बुलाने का संवैधानिक अधिकार नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस अधिवेशन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए झूठ बोला कि बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाली पीएसी के पास वे सभी अधिकार हैं जो जेपीसी को दिए जा सकते हैं। फिर भी समूचे विपक्ष ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच जेपीसी से कराने की मांग को लेकर संसद के शीत्रसत्र की कार्यवाही एक दिन भी नहीं चलने दी और पूरे संसद में कोई कामकाज नहीं हो सका।

उल्लेखनीय है कि मनमोहन सिंह की अपनी स्वतंत्र राजनीतिक हैसियत कुछ भी नहीं है। वे मूलतः एक नौकरशाह हैं और सत्तासीन लोगों की चाटुकारिता में सिद्धहस्त हैं। अपना यही हुनर दिखाते हुए उन्होंने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारी खुशनसीबी है कि आज हम सोनिया गांधी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। सोनियाजी की विनम्रता, साफ सुथरी राजनीति में उनका यकीन और कांग्रेस को बेहतर बनाने का उनका मजबूत इरादा, ये सब हमें प्रेरणा और ताकत देते हैं।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही सारी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर सकती है। कांग्रेस मजबूत होगी तो देश को मजबूत कर सकेगी।

उधर एक अन्य खबर के मुताबिक सीबीआई ने पूर्व टेलिकॉम मंत्री ए राजा को 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की पूछताछ में पेश होने के लिए नोटिस भेज दिया। साथ ही ऐसा ही नोटिस कंपनियों की लॉबीइंग करनेवाली पीआर फर्म वैष्णवी की प्रमुख नीरा राडिया को भी भेजा गया है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि राजा और राडिया को कब सीबीआई के सामने पेश होना है। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (टीआरएआई) के पूर्व चेयरमैन प्रदीप बैजल को पहले ही सीबीआई तलब कर चुकी है।

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