विश्व बैंक ने गंगा नदी की साफ-सफाई के लिए एक अरब डॉलर का ऋण मंजूर किया है। विश्व बैंक ने एक बयान जारी कर कहा कि इस सहयोग राशि का एक बड़ा हिस्सा सतत ढंग से गंगा में प्रदूषण घटाने के उपायों में लगाया जाएगा जिनमें जल संग्रह व शोधन, औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण और कूड़ा प्रबंधन वगैरह शामिल है।
विश्व बैंक ने कहा कि उसकी राष्ट्रीय गंगा नदी घाटी परियोजना से गंगा को स्वच्छ करने और संरक्षण कार्यक्रम के प्रबंधन में लगे संस्थानों की क्षमता के निर्माण में मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि 2009 में केन्द्र सरकार ने गंगा नदी को स्वच्छ करने के लिए राष्ट्रीय गंगा नदी घाटी प्राधिकरण का गठन किया था। नदी में प्रदूषण कम करने के लिए जरूरी निवेश के वित्त पोषण में भी यह मदद करेगा।